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वाराणसी में सख्त दिखे सीएम योगी, लापरवाही में यूपीपीसीएल के एमडी को किया निलंबित,

विकास कार्यों की समीक्षा के लिए शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे एक्शन में दिखे। उन्होंने समीक्षा बैठक से नदारद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक सरोज कुमार को निलंबित कर दिया। समीक्षा बैठक के दौरान शाही नाले की सफाई में देरी पर उन्होंने चीफ इंजीनियर को बैठक में खड़ा कर दिया और बोले, यह अंतिम मौका दे रहा हूं। सीएम के सख्त रूख के चलते अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा।सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता के काम में लापरवाह अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। जनता से जुड़ी परियोजनाओं की देरी के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करके उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं की योजना बनाई गई थी उनके शिलान्यास की तैयारी कराई जाए। पूरी हो रही परियोजनाएं और उसके आसपास बेहतर माहौल बनाकर रोजगार के अवसर सृजित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से अधिकारियों का समन्वय होना चाहिए और उनके सुझावों को विकास योजनाओं में प्राथमिकता पर शामिल किया जाए। इससे पहले बैठक में गर्मियों में बिजली कटौती और उद्यमियों को मिलने वाली सहूलियत में हीलाहवाली की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री ने निलंबन की घोषणा की और कहा कि लापरवाह अधिकारी किसी कीमत पर जनता के बीच नहीं रहना चाहिए।हर 15 दिन में की जाए विकास कार्यों की समीक्षामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वाराणसी की ज्यादातर परियोजनाएं फरवरी 2022 में पूरी होनी हैं। ऐसे में उनकी मॉनिटरिंंग कराई जाए और प्रत्येक 15 दिन में उनकी समीक्षा की जाए। ताकि तय समय से पहले परियोजनाओं को पूरा कर जनता को सहूलियत दिलाई जा सके।

विकास कार्यों की समीक्षा के लिए शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे एक्शन में दिखे। उन्होंने समीक्षा बैठक से नदारद पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक सरोज कुमार को निलंबित कर दिया। समीक्षा बैठक के दौरान शाही नाले की सफाई में देरी पर उन्होंने चीफ इंजीनियर को बैठक में खड़ा कर दिया और बोले, यह अंतिम मौका दे रहा हूं। सीएम के सख्त रूख के चलते अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा।

सर्किट हाउस में समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जनता के काम में लापरवाह अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। जनता से जुड़ी परियोजनाओं की देरी के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करके उनकी सूची उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि जिन परियोजनाओं की योजना बनाई गई थी उनके शिलान्यास की तैयारी कराई जाए। पूरी हो रही परियोजनाएं और उसके आसपास बेहतर माहौल बनाकर रोजगार के अवसर सृजित किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों से अधिकारियों का समन्वय होना चाहिए और उनके सुझावों को विकास योजनाओं में प्राथमिकता पर शामिल किया जाए। इससे पहले बैठक में गर्मियों में बिजली कटौती और उद्यमियों को मिलने वाली सहूलियत में हीलाहवाली की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री ने निलंबन की घोषणा की और कहा कि लापरवाह अधिकारी किसी कीमत पर जनता के बीच नहीं रहना चाहिए।हर 15 दिन में की जाए विकास कार्यों की समीक्षामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वाराणसी की ज्यादातर परियोजनाएं फरवरी 2022 में पूरी होनी हैं। ऐसे में उनकी मॉनिटरिंंग कराई जाए और प्रत्येक 15 दिन में उनकी समीक्षा की जाए। ताकि तय समय से पहले परियोजनाओं को पूरा कर जनता को सहूलियत दिलाई जा सके।