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अवैध पिस्टल फैक्ट्री लगाने जा रहे तीन भाई दबोचे गए, 10 साल से हथियारों की तस्करी में थे शामिल

ग्रेटर नोएडा गौतमबुद्धनगर में क्राइम ब्रांच और बिसरख कोतवाली पुलिस ने अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। आरोपी ग्रेटर नोएडा वेस्ट से होते हुए मेरठ में अवैध पिस्टल फैक्ट्री सेटअप करने जा रहे थे। तभी गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने उनको धर दबोचा। बदमाशों के कब्जे से 10 पिस्टल के अलावा कई अन्य सामान बरामद हुआ है। पुलिस आयुक्त आलोक सिंह ने कार्रवाई करने वाली टीम को 35 हजार का इनाम दिया है।डीसीपी क्राइम अभिषेक झा ने बताया कि गाजियाबाद के कैला भट्टा निवासी तीन भाइयों के संबंध में क्राइम ब्रांच को सूचना मिली। तीनों ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए मेरठ जाने वाले है। सूचना पर क्राइम ब्रांच प्रभारी शावेज खान और बिसरख कोतवाली प्रभारी अनीता चौहान ने शाहबेरी के पास से कार सवार तीन भाइयों को धर दबोचा।

पूछताछ में पता चला कि तीनों हथियारों की तस्करी करते हैं और मेरठ में अवैध पिस्टल फैक्ट्री सेटअप करने जा रहे हैं। तीनों की पहचान आफताब, शकील और सगीर के रूप में हुई है। तीनों के कब्जे से 10 पिस्टल के अलावा 80 कारतूस, 23 मैगजीन, हथौड़ी, एक सेल्टोस कार और पिस्टल बनाने के लिए उपयोग आने वाले उपकरण बरामद किए गए है। आरोपी अपने अन्य साथियों के मिलकर पिस्टल तैयार करते थे। पिस्टल बनाने के लिए माल सलीम और हाशिम से खरीदते थे। बनी पिस्टल आरोपी 25 हजार में रईस को देते थे। रईस उसको आगे एक लाख रुपये में बेचता था। रईस और सलीम अभी फरार चल रहे हैं। 2010 में दिल्ली की तिहाड़ जेल में हाशिम बंद रहा था। उसी से संपर्क में आने के बाद आरोपी इस धंधे में लिप्त हो गए। पिछले दस सालों से आरोपी हथियारों की तस्करी कर रहे हैं।