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गुरजीत के जादू से ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंची महिला हॉकी टीम

एनसीआर के प्रयागराज मंडल में तैनात हॉकी खिलाड़ी गुरजीत कौर की सफलता पर आज पूरा देश गदगद है। पंजाब के एक किसान परिवार में जन्मीं और पली-बढ़ीं गुरजीत कौर का हुनर प्रयागराज में ही निखरा। एनसीआर की हॉकी कोच पुष्पा श्रीवास्तव की देखरेख में ही गुरजीत कौर ने हॉकी की बारीकियां सीखीं। गुरजीत ने टोक्यो ओलंपिक में अपनी स्टिक के जादू से देश की महिला हॉकी टीम को टोक्यो ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचा दिया।

अमृतसर जिले के मियादी कला गांव की रहने वालीं गुरजीत कौर एनसीआर के प्रयागराज मंडल में सीनियर क्लर्क के रूप में तैनात हैं। सोमवार को गुरजीत कौर ने टोक्यो ओलंपिक में आस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र गोल दागा। मिडफील्डर गुरजीत द्वारा 22वें मिनट में किए गए गोल के दम पर भारतीय टीम ने सेमीफाइनल में जगह पक्की कर ली।

प्रयागराज से गुरजीत कौर के जुड़ाव की बात करें तो वह अगस्त-सितंबर 2016 में एनसीआर में तैनात हुईं। एनसीआर की हॉकी कोच पुष्पा श्रीवास्तव की देखरेख में उन्होंने सफलता के नए आयाम स्थापित किए। कोच पुष्पा श्रीवास्तव बताती हैं कि 2016 में तैनाती के बाद गुरजीत कौर ने एनसीआर की टीम से खेला। इसी दौरान उनका चयन भारतीय रेलवे टीम में हुआ। इसके बाद वह राष्ट्रीय टीम के कैंप में चयनित हो गईं। कुछ समय बाद वह भारतीय टीम में शामिल हुईं और बाद में टोक्यो ओलंपिक तक का सफर तय किया।

निशा ने भी शानदार खेल दिखाया
एनसीआर के प्रयागराज मंडल में सीनियर क्लर्क के रूप में में तैनात निशा कुमारी ने भी आस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार खेल दिखाया। मिडफील्डर के रूप में उन्होंने आस्ट्रेलिया टीम के कई हमलों का आसानी से बचाव किया। निशा के प्रयास से आस्ट्रेलियाई खिलाड़ी भारतीय टीम पर हावी नहीं हो सकीं।