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यूपी का अपना टैक्स और नॉन टैक्स रेवेन्यू जुलाई में 18.5 फीसदी बढ़ा


परिवहन विभाग ने पिछले साल के 475 करोड़ रुपये के आंकड़े के मुकाबले 612 करोड़ रुपये एकत्र किए, जो 28.9% की वृद्धि है।

कोविड प्रतिबंध के धीरे-धीरे हटने के साथ, जुलाई में उत्तर प्रदेश के अपने कर और गैर-कर राजस्व में एक साल पहले की अवधि की तुलना में 18.5% की वृद्धि हुई है, लेकिन यह अभी भी महीने के लिए निर्धारित लक्ष्य का 74.1% था।

एफई द्वारा प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, राज्य ने जुलाई 2021 में कर और गैर-कर राजस्व के रूप में 12,656 करोड़ रुपये जुटाए, जबकि एक साल पहले यह 10,675 करोड़ रुपये था। जुलाई के लिए खुद का राजस्व लक्ष्य 17,077 करोड़ रुपये था।

दरअसल, वित्त वर्ष 2021-22 के पहले चार महीनों के दौरान राज्य 42,740 करोड़ रुपये का कर राजस्व जमा करने में कामयाब रहा, जो कि 62,137 करोड़ रुपये के लक्ष्य का 68.8% है। यह 2021-2022 के लिए 1,86,345 करोड़ रुपये के वार्षिक संग्रह लक्ष्य का लगभग 22.9% है।

दूसरी ओर, अप्रैल-जुलाई में गैर-कर राजस्व संग्रह 2,465 करोड़ रुपये रहा, जो 8,076 करोड़ रुपये के लक्ष्य का लगभग 30.5% है। यह 25,422 करोड़ रुपये के वार्षिक लक्ष्य का 9.7% है।

राज्य ने पिछले साल के 4,121 करोड़ रुपये के संग्रह के मुकाबले जुलाई में जीएसटी के रूप में 4,699 करोड़ रुपये कमाए, जो 14% की वृद्धि है। फिर भी यह महीने के दौरान 7,028 करोड़ रुपये एकत्र करने के लक्ष्य का केवल 66.8% था। इसी तरह, वैट के तहत, राज्य ने पिछले साल के 1,904 करोड़ रुपये के संग्रह के मुकाबले 2,328 करोड़ रुपये एकत्र किए, जो 22.3% की वृद्धि है। वैट के माध्यम से 2,366 करोड़ रुपये एकत्र करने के लक्ष्य के मुकाबले, राज्य ने 98.4% की अच्छी कमाई करने में कामयाबी हासिल की।

जुलाई में शराब उत्पाद शुल्क से राजस्व संग्रह 2,795 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के 2,633 करोड़ रुपये के संग्रह से लगभग 6.1% अधिक था, लेकिन यह 3,940 करोड़ रुपये के लक्ष्य का केवल 71 प्रतिशत ही हासिल कर सका।

स्टांप शुल्क के माध्यम से राज्य के 2,089 करोड़ रुपये के संग्रह ने पिछले जुलाई के 1,366 करोड़ रुपये की तुलना में 53% की प्रभावशाली वृद्धि दिखाई, फिर भी यह अभी भी 2,747 करोड़ रुपये एकत्र करने के महीने के लक्ष्य का केवल 76.1% ही हासिल कर सका।

परिवहन विभाग ने पिछले साल के 475 करोड़ रुपये के आंकड़े के मुकाबले 612 करोड़ रुपये एकत्र किए, जो 28.9% की वृद्धि है। हालांकि, यह 748 करोड़ रुपये जुटाने के लक्ष्य का 81.8% हासिल करने में सफल रही।

गैर-कर मदों में, खनन और खनिज क्षेत्र में राजस्व संग्रह में एक साल पहले की अवधि की तुलना में गिरावट देखी गई है। जुलाई 2020 में विभाग जहां 179 करोड़ रुपये कमाने में कामयाब रहा था, वहीं इस साल कलेक्शन में 137 करोड़ रुपये की गिरावट आई, जो महीने के लिए निर्धारित 248 करोड़ रुपये के लक्ष्य से लगभग 53.5% कम है।

दरअसल, वित्त वर्ष 2021-22 के पहले चार महीनों के दौरान राज्य 42,739.71 करोड़ रुपये का कर राजस्व जमा करने में कामयाब रहा, जो कि 62,137 करोड़ रुपये के लक्ष्य का 68.8% है। यह 2021-2022 के लिए 1,86,345 करोड़ रुपये के वार्षिक संग्रह लक्ष्य का लगभग 22.9% है।

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