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एएमयू में लगे विवादित पोस्टर, पूर्व CM कल्याण सिंह को बताया अपराधी, वीसी के श्रद्धांजलि देने पर उठाए सवाल

अभिषेक पचौरी, अलीगढ़
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करने पर भी सियासत होने लगी है। प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति के लिए कल्याण सिंह के निधन पर शोक-संवेदना व्यक्त करना मुसीबत का सबब बन गया है। बीती रात यूनिवर्सिटी परिसर में अज्ञात लोगों ने वीसी का विरोध करते हुए आपत्तिजनक पोस्टर दीवारों पर लगा दिए। पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्री को अपराधी बताया गया है।

उत्तर प्रदेश का अलीगढ़ जिला किसी न किसी मामले को लेकर हमेशा विवादों में रहता है। इस बार मामला बीजेपी के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह के निधन से जुड़ा है। पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति तारिक मंसूर ने शोक-संवेदना व्यक्त की थी। यह एएमयू के कुछ छात्रों को नागवार गुजरा। इसके बाद आज्ञात छात्रों ने वाइस चांसलर के श्रंद्धाजलि देने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए यूनिवर्सिटी कैंपस में दीवारों पर कुलपति के विरोध में आपत्तिजनक पोस्टर चस्पा कर दिए। विश्वविद्यालय प्रबंधन पोस्टर लगाने वाले लोगों की तलाश के लिए परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रहा है।

पोस्टर में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को बताया अपराधी
पोस्टर लगाने वाले ने खुद को विश्विद्यालय का छात्र बताया है और पूर्व मुख्यमंत्री तथा पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह को अपराधी बताते हुए कुलपति के शोक शब्द के इस्तेमाल को भी शर्मनाक बताया है। इसके साथ ही सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए उन्हें बाबरी विध्वंस का अपराधी भी लिखा गया है। ये आपत्निजक पोस्टर विश्वविद्यालय परिसर में लगाए गए हैं।

एएमयू में लगे पोस्टर्स

बाबरी के दोषियों को अदालत ने बताया निर्दोष
लखनऊ की सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने बीते साल बाबरी विध्वंस मामले में ऐतिहासिक फैसला लिया था। इस फैसले में कोर्ट ने बाबरी विध्वंस के सभी 32 आरोपियों को निर्दोष करार दिया था। कोर्ट ने बताया था कि आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त मात्रा में सबूत नहीं हैं। इन आरोपियों में कल्याण सिंह के साथ लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और विनय कटियार जैसे लोग शामिल थे।