Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Corona in Noida: रिपब्लिक सोसायटी में तीन दिन में मिले कोरोना के सात नए केस, लोगों में बढ़ा टेंशन

नोएडा
देश दुनिया में तेजी से अपने पैर फैला रहे कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने सभी की हैरानी में डाल दिया है. वहीं नोएडा के नजदीक स्थित क्रासिंग रिपब्लिक सोसायटी में बीते तीन दिन में कोरोना के सात नए मामले सामने आए हैं. जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि डीएम गौतमबुद्धनगर को इस संबंध में सूचना देकर उक्त स्कूल के सभी छात्रों एवं स्टाफ की कोरोना जांच कराए जाने का अनुरोध किया है. बताया जा रहा है कि यह सभी नए सात मामले दो परिवारों के सदस्य हैं. दरअसल ये सभी नोएडा के एक स्कूल में अध्ययनरत छात्रा के संक्रमित होने पर ही अन्य छह लोग कांटेक्ट ट्रेसिग के तहत जांच कराने पर संक्रमित मिले हैं

कुछ समय के लिए बंद किया गया स्कूल
स्कूल को कुछ समय के लिए तत्काल प्रभाव से बंद कराए जाने के साथ ही आनलाइन क्लास संचालन के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। सोसायटी में संक्रमित मिले छात्रों के 390 सहपाठियों की सूची लेकर कोरोना जांच शुरू कर दी गई है। विभाग ने सोसायटी के सभी टावरों में आने वाली मेड की भी टेस्टिंग की जा रही है। इस पूरी सोसायटी के घरों में कोरोना जांच के साथ ही कोरोनारोधी टीका लगाने का अभियान शुरू कर दिया है। यह अभियान अगले 10 दिन तक जारी रहेगा। इस सोसाइटी में रहने वाले ऐसे बच्चों को खासतौर पर ट्रेस किया जा रहा है, जो नोएडा के उक्त स्कूल में पढ़ने जाते हैं।

ओमीक्रोन अस्तित्‍व में कैसे आया?
स्‍टडी के अनुसार, ओमीक्रोन का म्‍यूटेशन ऐसे किसी व्‍यक्ति में हुआ होगा जो दोनों पैथोजेंस से संक्रमित था। SARS-CoV-2 के एक रूप से दूसरे वायरस का जेनेटिक सीक्‍वेंस पकड़ लिया और इसी के चलते ओमीक्रोन का जेनेटिक सीक्‍वेंस पहले के रूपों से मेल नहीं खाता। न ही उसके संक्रमण से हुए कोविड के लक्षण वायरस के पिछले वेरिएंट्स से मैच करते हैं।

यही जेनेटिक सीक्‍वेंस कई बार एक ऐसे कोरोना वायरस (HCoV-229E) में बार-बार नजर आता है जो आम सर्दी देता है। सौंदर्यराजन के अनुसार, ऐसा ही जेनेटिक सीक्‍वेंस AIDS देने वाले HIV वायरस में भी दिखता है। दक्षिण अफ्रीकी वैज्ञानिकों ने पहले इशारा किया था ओमीक्रोन शायद ऐसे इंसान के शरीर में पनपा जिसका इम्‍युन सिस्‍टम HIV या इम्‍युन सिस्‍टम को कमजोर करने वाली किसी अन्‍य बीमारी से पीड़‍ित था।