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UP Assembly Elections 2022: यूपी चुनाव में साध्वी निरंजन ज्योति के गांव में BJP पर भारी पड़ी थी कांग्रेस, अबकी खास प्‍लान

पंकज मिश्रा, हमीरपुर
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में सदर विधानसभा की सीट के लिए अबकी बार बीजेपी बूथ स्तर पर पूरी ताकत के साथ तैयारी में जुटी है। दरअसल पिछली बार उपचुनाव में केंद्रीय राज्यमंत्री के पैतृक गांव में ही बीजेपी पर कांग्रेस भारी पड़ी थी। यहीं नहीं बीजेपी के पदाधिकारियों के गांवों में भी बीजेपी प्रत्याशी को उम्मीद से बहुत कम वोट मिले थे। इसीलिए पार्टी गैर बीजेपी दलों के गढ़ में अपनी पहुंच बनाने में जुटी है।

हमीरपुर विधानसभा की सदर सीट पर वर्ष 2017 में चुनाव कराए गए थे। इसमें बीजेपी ने सामूहिक हत्याकांड के मुख्‍य आरोपी अशोक सिंह चंदेल को चुनाव मैदान में उतारा था। यहां बीजेपी के पदाधिकारियों और तमाम दिग्गजों के विरोध के बावजूद पार्टी हाईकमान ने अपना फैसला नहीं बदला था। चुनाव में भारी विरोध के बीच अशोक सिंह चंदेल ने यहां की सीट पर कमल खिलाया था। उन्होंने एसपी के प्रत्याशी मनोज प्रजापति को करीब 48655 मतों से पराजित किया था। लेकिन वह ढाई साल भी एमएलए नहीं रह सके। वर्ष 2019 में सामूहिक हत्याकांड के मामले में हाईकोर्ट से उम्रकैद की सजा मिलने पर अशोक सिंह चंदेल को जेल जाना पड़ा।

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बीजेपी व‍िधायक के जेल जाने के बाद यहां सदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराए गए थे। इसमें बीजेपी के खास प्लान के कारण दोबारा इस सीट पर कमल खिला था। बीजेपी मिशन 2022 को लेकर विधानसभा क्षेत्र के ऐसे गांवों में लगातार अपनी पहुंच बना रही है जहां पिछले चुनाव में उम्मीद के मुताबिक वोट नहीं मिले थे। खासकर गैर बीजेपी के गढ़ में अपनी नई जमीन तैयार करने के लिए पार्टी के दिग्गज बूथ स्तर पर सदस्य बनाकर उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।

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एसपी छोड़कर आए युवराज सिंह पर बीजेपी ने लगाया था दांव
हमीरपुर सदर सीट के लिए उपचुनाव में एसपी छोड़कर आए पूर्व एमएलए युवराज सिंह पर बीजेपी ने दांव लगाया था। ठाकुर बिरादरी में अच्छी पकड़ होने और मोदी लहर के कारण उन्होंने 38.55 फीसदी मत हासिल कर सदर विधानसभा की सीट पर जीत का परचम फहराया था। यहां एसपी प्रत्याशी मनोज प्रजापति 29.29 फीसदी वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। खास बात तो यह है कि बारिश और बाढ़ के कारण कई गांवों में विरोध के कारण वोटिंग न होने के बावजूद भी बीजेपी अपनी सदर सीट बचाने में कामयाब रही।

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केंद्रीय राज्यमंत्री के पैतृक गांव में कांग्रेस को मिले थे सर्वाधिक वोट
हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के पत्योरा केन्द्रीय राज्यमंत्री साध्वीं निरंजन ज्योति का पैतृक गांव है। वह दोबारा केंद्रीय राज्यमंत्री हैं। यह गांव बीजेपी का मजबूत गढ़ माना जाता है। इसक बावजूद सदर विधानसभा क्षेत्र में पिछले उपचुनाव में केंद्रीय राज्यमंत्री के पैतृक गांव में बीजेपी प्रत्याशी को सबसे कम वोट मिले थे। यहां कांग्रेस प्रत्याशी हरदीपक निषाद को सर्वाधिक 440 मत मिले थे वहीं बीजेपी के खाते में मात्र 283 मत आए थे। बीजेपी को अपने ही बूथों पर एसपी और कांग्रेस प्रत्याशियों के कारण शिकस्त मिली थी।

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ब्राह्मण, क्षत्रियों के एकजुट होने पर बीजेपी का खिला था कमल
हमीरपुर सदर विधानसभा क्षेत्र में 401497 मतदाता है। इसमें 14 फीसदी मुस्लिम मतदाता हैं। वहीं 39715ब्राह्मण, 36600 क्षत्रिय और 10900 वैश्य मतदाता है। इसके अलावा करीब 3000 केवट बिरादरी के मतदाता है। उपचुनाव में बीजेपी को 74168 वोट मिले थे जबकि एसपी को 56397 मत और कांग्रेस को 16083 मत मिले थे। यहां बीजेपी को सर्वाधिक 35 पोस्टल वोट मिले थे। जबकि बीएसपी को 8, एसपी को 14 मिला था। यहां उपचुनाव में क्षत्रिय और ब्राह्मणों के एकजुट होने पर कमल खिला था।