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Explainer: लखनऊ से ज्यादा एडवांस है Kanpur Metro, यात्रियों को लुभाएंगी ये खूबियां

हाइलाइट्स28 दिसंबर को कानपुर मेट्रो का लोकार्पण करेंगे मोदीमेट्रो कार्पोरेशन ने 2019 में निर्माण कार्य की शुरुआत की थीअभी एक ही चरण का काम पूरा हुआ , दूसरे चरण का काम जारी हैसुमित शर्मा, कानपुर
यूपी में लखनऊ के बाद कानपुर को मेट्रो (Kanpur Metro) की सौगात मिलने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 28 दिसंबर को कानपुर मेट्रो का लोकार्पण करने के लिए आ रहे हैं। मेट्रो को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री मेट्रो में बैठकर सफर करेंगे। जिला प्रशासन प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे की लगभग सभी तैयारियों को पूरा कर चुका है। कानपुर मेट्रो लखनऊ से ज्यादा एडवांस है। इसके साथ अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी लैस है।

यूपी मेट्रो कार्पोरेशन (UP Metro Corporation) ने 2 साल में 09 किलोमीटर का ट्रैक तैयार किया है। मेट्रो कार्पोरेशन ने 2019 में निर्माण कार्य की शुरुआत की थी। प्रॉयोरिटी सेक्शन में कानपुर आईआईटी (Kanpur IIT) से मोतीझील तक के ट्रैक को तैयार कर दिया गया है। आईआईटी कानपुर से मोतीझील तक 09 किलोमीटर के सफर में 09 स्टेशन हैं। वहीं, कानपुर में मेट्रो के दूसरे चरण का काम तेजी से चल रहा है। मेट्रो के लिए अंडर ग्राउड खोदाई का काम चल रहा है। प्रदेश सरकार ने कानपुर के लोगों से यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Vidhansabha Chunav) से पहले मेट्रो देने का वादा किया था। इस काम को सरकार ने कर के दिखाया है।

सैनिटाइजेशन की व्यवस्था
कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro) की शुरुआत होने से शहरवासियों को जाम से निजात मिलेगी। साथ ही अति व्यस्त सड़कों से लोड भी कम होगा। कोविड-19 (Covid-19) को ध्यान में रखते हुए सैनिटाइजेशन (Sanitization) का विशेष ध्यान रखा गया है। एक खास तकनीकि से पूरी मेट्रो को सिर्फ आधे घंटे में सैनिटाइजेशन किया जा सकता है। सैनिटाइजेशन की प्रक्रिया को रिमोट (Remote) से किया जाएगा। साथ ही मेट्रो का ट्रैक बिछाने में डबल टी गार्डर का इस्तेमाल किया गया है। जिसकी वजह से मेट्रो स्टेशन (Metro Station) के निर्माण में तेजी देखने को मिली है।स्टेशनों की दीवारों में कानपुर की संस्कृति को उकेरा
मेट्रो स्टेशनों की दीवारों पर शहर की संस्कृति को दर्शाया गया है। शहर के इतिहास को समझना है तो मेट्रो की दीवारों के चित्रों को देखकर समझा जा सकता है। स्टेशनों की दीवारों पर बिठूर (Bithoor), गंगा (Ganga), क्रांतिकारियों के बलिदान को चित्रों के माध्यम से दर्शाया गया है। कानपुर मेट्रो में 974 यात्री एक साथ सफर कर सकते हैं।सुरक्षा के पूरे इंतजाम है
कानपुर मेट्रो में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभी कोचों में अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे (CCTV) लगाए गए हैं। ये फुटेज डिपो में सिक्योरिटी कंट्रोल रूम (Security control room) में पहुंचेगे। जिसमें ऑडियो भी रेकॉर्ड होगा। इसके साथ ही फायर और कैश सेफ्टी मानकों का ख्याल रखा गया है। वायु प्रदूषण (Air Pollution) को कम करने के लिए मार्डन प्रॉपल्सन सिस्टम का उपयोग किया गया है।कानपुर मेट्रो में 56 यूएसबी चार्जिग पॉइंट बनाए गएं हैं। इसके साथ एलसीडी पैनल्स बनाए गए हैं। यात्री आपातकालीन स्थिति में टॉक बैक बटन से ऑपरेटर से बात कर अपनी समस्या बता सकता है।मेट्रो का किराया
कानपुर मेट्रो का किराया बेहद सस्ता है। किराये के मानकों को कानपुर वासियों की पॉकेट मनी (pocket money) को ध्यान में रख कर निर्धारित किया गया है। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक का किराया 10 रुपये है। वहीं, तीसरे स्टेशन का किराया 15 रुपये होगा। छठवें स्टेशन का किराया 20 रुपये और 09वें स्टेशन का किराया 30 रुपये होगा।