कल तक भारत को गरियाने वाले पाकिस्तानी वजीरे-ए-आलम इमरान खान अगर आज भारत के नाम तारीफों के कसीदे पढ़ रहे हैं, तो इसक श्रेय भारतीय विदेश नीति को जाता है और किसी भी विदेश नीति को संबल बनाने की दिशा में प्रधानमंत्री की पदवी पर विराजमान शख्स का किरदार कितना अहम होता है, ये तो फिलहाल वही समझ सकता है, जिसे कूटनीति से लेकर विदेश नीति तक के बारे में गहरी समझ हो। तो अगर इस लिहाज से देखे तो जिस तरह कल यानी की रविवार को इमरान खान ने भारतीय विदेश नीति का लोहा माना है, उसमें अगर कोई तारीफों के सैलाब में सराबोर होने का हक रखते हैं, तो वो हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, क्योंकि अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने जिस तरह से सभी देशों से मुखतिब होते हुए मुख्तलिफ देशों के बीच भारत की साख बढ़ाई है, उसे लेकर उनकी जितनी तारीफ की जाए, उतनी कम है।अब इसी कड़ी में उन्होंने आज यानी की सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन से वर्चुअली मुखातिब हुए। इस दौरान दोनों ही देशों के बीच कई मसलों पर अहम वार्ता होती हुई दिखी। दोनों ही राष्ट्र के अध्यक्षों के बीच कई अहम मुद्दों पर अहम मंत्रणा हुई। वार्ता के क्रम में कई कार्ययोजनाओं के बीच मुहर लगाई गई है। कूटनीतिक जानकारों की मानें तो आगामी दिनों में यह सभी कार्ययोजनाएं दोनों ही देशों के लिए कल्याणकारी साबित होने जा रही है।
आइए, अब आगे आपको बताते हैं कि ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री से मुखातिब होने के क्रम में पीएम मोदी ने क्य कुछ कहा है।क्या बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि, ”मेरे प्रिय मित्र स्कॉट, नमस्कार… आपने होली की शुभकामनाएं दीं, आपने चुनावी जीत की शुभकामनाएं दी, इसके लिए आपका बहुत बहुत आभार हूं। क्वींसलैंड और न्यू साउथ वेल्स में आई बाढ़ के कारण जान माल की क्षति के लिए मैं सभी भारतवासियों की तरफ से संवेदनाएं प्रकट करता हूं। हमारी पिछली वर्चुअल समिट के दौरान, हमने अपने संबंधों को कॉम्प्रिहेंसिव स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप का रूप दिया था और मुझे प्रसन्नता है,
हम दोनों देशों के बीच वार्षिक समिट का आयोजन कर रहे हैं, इससे, हमारे संबंधों की नियमित रिव्यू की स्ट्रक्टरल व्यवस्था तैयार होगी”। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विगत दिनों की गतिविधियों को चिन्हित करते हुए कहा कि दोनों ही देशों के बीच उल्लेखनीय प्रगति हुई है। व्यापार, रक्षा, निवेश, शिक्षा और नवप्रवर्तक के क्षेत्र में दोनों ही देशों ने उल्लेखनीय प्रगति की है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि, ‘हमारे जैसे समान मूल्यों वाले देशों की यह जिम्मेदारी है, कि साइबर सिक्योरिटी जैसी उभरती टेक्नोलॉजी में उचित वैश्विक मापदंड अपनाए जाएं।’ उन्होंने यह भी कहा कि आगामी दिनों में दोनों ही देशों के बीच मौजूदा स्थितियां तरक्की की वजह बनकर उभरेगी।
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