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भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रशिक्षु अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

उत्तर प्रदेश संवर्ग-2020 के भारतीय प्रशासनिक सेवा के 16 प्रशिक्षु अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के सभागार में संपन्न हुआ, जिसमें प्रशिक्षु आई0ए0एस0 जयदेव सी0एस0, नूपुर गोयल, अजय जैन, प्रत्यूष पाण्डेय, निधि बंसल, नेहा बन्धु, परिक्षित खटाना, राम्या आर0, सुथान अब्दुल्ला, सुमित राजेश महाजन, ओजस्वी राज, विशाल कुमार, अभिनव गोपाल, नवनीत सेहरा, पवन कुमार मीना, अजय कुमार गौतम ने भाग लेकर प्रशिक्षण प्राप्त किया।  
 इस अवसर पर राज्य मुख्य सूचना आयुक्त भावेश कुमार सिंह ने सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होने बताया कि सूचना का अधिकार का तात्पर्य, सूचना पाने के अधिकार से है, जो हमारे देश की संसद से पारित किया गया एक कानून है। अधिनियम के मूल उददेश्य की जानकारी देते हुए मुख्य सूचना आयुक्त ने बताया कि अधिनियम का मूल उददेश्य नागरिकों को सशक्त बनाना, सरकार के कार्यों में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व को बढ़ावा देना, भ्रष्टाचार को नियंत्रित करना और वास्तविक अर्थों में हमारे लोकतन्त्र को लोगों के लिए कामयाब बनाना है। उन्होने सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को ईमानदारी पूर्वक जनहित एवं उत्तर प्रदेश के विकास हेतु कार्य करने के लिए प्रेरित किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना भी की। आई.ए.एस./सचिव उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग जगदीश प्रसाद एवं एच.जे.एस. रजिस्ट्रार/विधि अधिकारी उत्तर प्रदेश राज्य सूचना आयोग प्रशान्त बिलगैंया द्वारा सूचना आयोगों की सांविधिक प्रकृति एवं उनकी कायप्रणाली से परिचय कराया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागी प्रशिक्षु अधिकारियों को उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के विभिन्न सुनवाई कक्षों, रजिस्ट्री अनुभाग, सर्वर रूम, अभिलेखागार आदि विभिन्न अनुभागों का स्थलीय भ्रमण कराया गया ताकि सुनवाई  प्रक्रिया तथा कार्यप्रणाली का उन्हे व्यवहारिक ज्ञान प्राप्त हो सके।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी, लखनऊ के अपर निदेशक, महेन्द्र वर्मा, उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के संयुक्त  निबंधक, रंजनी शुक्ला (पी.सी.एस.जे),  उपसचिव तेजस्कर पाण्डेय,  प्रशासनिक अधिकारी मुमताज़ अहमद, कम्प्यूटर ग्रामर नवीन मौर्य, मनीष पाण्डेय आदि उपस्थित रहे।