उ.प्र. राज्य महिला आयोग द्वारा प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं पर रोकथाम और पीड़ित महिलाओं को त्वरित न्याय दिलाये जाने के उद्देश्य से आयोग के संज्ञान में आने वाले गम्भीर प्रकरणों पर तत्काल समुचित कार्यवाही की जाती है। आज २३ मई २०२२ को जनपद अलीगढ़ में एक आवेदिका द्वारा ’’पिछले दिनों ज्ञानवापी के मुद्दे पर मीडिया पर राष्ट्रहित में देश के भाईचारे की बात करने पर मुझे और मेरे परिवार को सोशल मीडिया के माध्यम से जान से मारने की धमकियां दी जा रही है’’ विषयक प्रार्थना पत्र प्रेषित किया गया है, जिसका त्वरित संज्ञान लेकर आयोग की अध्यक्ष श्रीमती विमला बाथम के निर्देशानुसार जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ को अपने स्तर से प्रकरण में अपने स्तर से शीघ्र एवं नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही व पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था कराकर कृत कार्यवाही की आख्या यथाशीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये हैं। उपरोक्त प्रकरण के सम्बन्ध में अध्यक्ष श्रीमती विमला बाथम द्वारा जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ से दूरभाष पर भी वार्ता कर प्रकरण में त्वरित कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये हैं।
अध्यक्ष ने उ.प्र. प्रदेश सरकार द्वारा समय-समय पर महिला उत्पीड़न की रोकथाम हेतु जारी दिशा-निर्देशों एवं प्रभावी कार्यवाही करने के उपरान्त भी ऐसी घटनाओं का संज्ञान में आना अत्यन्त खेदजनक बताया। अध्यक्ष द्वारा संदर्भित घटनाक्रम के सम्बन्ध में विस्तृत आख्या तत्काल आयोग को उपलब्ध कराये जाने निर्देश दिये गये।
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