एआइसीटीई और डॉ0 एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के बीच हुए एमओयू के तहत गैर शैक्षणिक अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए 14 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार को शुरू हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि समय-समय पर इस तरह के प्रशिक्षण से न केवल बहुत कुछ सीखने को मिलता है बल्कि कार्यक्षमता में भी वृद्धि होती है। वहीं, डीन छात्र कल्याण प्रो0 ओपी सिंह ने 14 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्षमता को बढ़ाने के लिए आयोजित किया गया।
तकनीकी सत्र में शत्रुघन सिंह ने सेवा नियमावली से संबंधित जानकारी को विस्तार से बताया। उन्होंने प्रतिनियुक्ति, पेंशन आदि से संबंधित जानकारी साझा की। कहा कि हर अधिकारी और कर्मचारी को सेवा नियमावली के बारे में पता होना चाहिए।
दूसरे तकनीकी सत्र में आईईटी की डॉ जॉली रस्तोगी ने एमएस ऑफिस पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि कार्यालयी कार्यों के दौरान रोजमर्रा में एमएस ऑफिस पर काम करना पड़ता है इसलिए इसे समग्रता से समझना जरूरी है। उन्होंने एमएस ऑफिस के तकनीकी पहलुओं की जानकारी साझा की। इसके पहले प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। वहीं रोजाना प्रशिक्षण की शुरूआत योगा से होगी। प्रशिक्षण के दौरान प्रति कुलपति प्रो0 मनीष गौड़ भी रहेंगे। संचालन सहायक कुलसचिव डॉ0 आयुष श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
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