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बचपन से चलने वाले चलने वाले चलने वाले चलने वाले गाने फिर गाने वाले का सफर शुरू कर रहे थे

केके कभी भी प्रशिक्षित गायक नहीं थे: हमेशा के लिए हमेशा के लिए. में फिर भी, गाने वाली की शिक्षा नहीं ली थी। सुन के दिलों-दिमाग पर जाने के लिए आवाजें सुनाईं गईं। आज के हिसाब से कुछ बातें हैं..

23 अगस्त 1968 को दिल्ली में जन्म का पूरा नाम कृष्णकुमार कुन्नथ था। आवाज सुनाई देने वाले ने सुनाया है। हिंदी के ट्वीट, तेलुगू, केन्डी, मलयालम, मराठी, मराठी, और गुर्जरी गाई में गाने गाते हुए शिंगर केके नेम की परीक्षा में दिल्ली के माउंट के स्कूल से उसकी परीक्षा होती है। दिल्ली के यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉलेज में ग्रैजुएशन. इस बीच चलने वाला का शौक बचपन से ही है, जैसा कि यह चलने के लिए है। म्यूजिक स्कूल में सभी को इसी तरह से पढ़ाया जाता है।

. केके के बारे में यह भी कहा जाता है कि वह कुमार और राहुल देव बर्मन से इम्प्रूव्ड था। कॉलेज के अंदर आने वाली फिल्म ‘शोले’ का ‘महबूबा’ गीत गाते हैं।

सेल्स के लिए अंतरिक्ष में काम करने के लिए
गाने के गाने का हुनर ​​और शौकत बालवाड़ी से ही लड़ाई के केके ने अपने लिए सेल्स मेने की नौकरी चुनी। बचपन की देखभाल के लायक होने के नाते, उन्हें युवा होने के लिए चाहिए। वह दिन अचानक इस काम से हटकर अपने आप को एक दिन की लॉन्‍ग करना। महादेव

तीन हजार से अधिक जिंगल्स गाए। केके बॉलीवुड में फिल्म ‘हम दिल में सनम’ के गाने ‘तड़प’ से बड़ा ब्रेकिंग है। इस गाने के बाद गिनती बड़े सिगंर्स में होने वाली। रिपोर्ट । 53 साल की उम्र में विश्व को अलविदा कह दिया।

केके की मौत की खबर सामने आई। आखिरी बार जब हम वही करते थे, तो वे ‘यारों’ और ‘पल’ जैसे होते थे।

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