जल जीवन मिशन के तहत सरकार सभी घरों को सिर्फ पानी कनेक्शन से ही नहीं जोड़ेगी बल्कि यह भी तय करेगी कि हर व्यक्ति को प्रतिदिन 55 लीटर शुद्ध पीने का पानी मिले। इसके लिए सरकार पानी की हर टंकी में एक सेंसर लगाएगी जो सिर्फ पानी की मात्रा ही नहीं मापेगा बल्कि जल की गुणवत्ता भी तय करेगा।
इससे यह भी देखा जाएगा कि हर व्यक्ति को 55 लीटर पानी मिल रहा है या नहीं? या फिर मांग से अधिक पानी की उपलब्धता तो नहीं है? सेंसर पांच मानकों पर पानी की गुणवत्ता भी मापेगा। ये जांचेगा कि क्या पानी गंदा है, अम्लीय या क्षारीय है। इसमें कोई रसायन है या फिर इसमें पीलापन तो नहीं है।
इस सेंसर से मिले आंकड़ों की इंटरनेट से रियल टाइम मॉनिटरिंग होगी। इन आंकड़ों को न सिर्फ केंद्र सरकार, राज्य सरकार और जिलाधिकारी देख सकेंगे बल्कि हर व्यक्ति जब चाहे इंटरनेट पर देख सकेगा।
सैंपल टेस्ट होगा
साल में एक बार हर जिले के किन्ही 10 गांव को चुन सैंपल टेस्ट होगा ही साथ ही सर्वे भी होगा। साल में कितने दिन पानी आया, उसमें मिट्टी थी, पीला था या स्वाद ठीक नहीं था। यदि सिस्टम खराब हुआ तो कितने दिन में ठीक किया?
आधार नंबर से जुड़ेगा कनेक्शन
हर घर का पानी कनेक्शन उस घर के मुखिया के आधार नंबर से जोड़ा जाएगा। इससे पता रहेगा कि किस गांव में या बसावट में कितने घर हैं और उनमें से कितनों में पानी का इस्तेमाल है।
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