Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

नेवादा ब्लाक में बैठक कर प्रधानों ने बनाई रणनीति

मनरेगा योजना में शासन द्वारा ग्राम पंचायतों में काम के बढ़ते दबाव,राज्य वित्त और केंद्रीय वित्त में कटौती होने से नाराज ग्राम प्रधानों ने मंगलवार को नेवादा ब्लाक सभागार में बैठक आयोजित रणनीति तैयार की।साथ ही उन्होंने ऐलान किया जब तक उनकी मांगे सरकार द्वारा नहीं मानी जाती तब तक ग्राम पंचायतों में मनरेगा से जुड़े कोई भी कार्य नहीं कराये जायेंगे। प्रधान संघ नेवादा द्वारा आयोजित बैठक में मुख्य अतिथि जिलाध्यक्ष दीपनारायण त्रिपाठी और विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामसेवक यादव मौजूद रहे।मनरेगा योजना में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार रोकने के उद्देश्य से एक जनवरी से हृरूरूस् ऐप प्रणाली लागू किया गया है।साथ ही ग्राम पंचायतों में राज्य वित्त व केन्द्रीय वित्त के बजट में कटौती कर अधिकतर विकास कार्य मनरेगा योजना से करवाने का निर्देश दिया गया है। इसी उपेक्षात्मक रवैया से खफा ग्राम प्रधानों ने ब्लाक अध्यक्ष अमित सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को सभागार में बैठक आयोजित किया। बैठक में प्रधानों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष दीप नारायण शुक्ला ने कहा कि मनरेगा योजना में ऐप प्रणाली लागू होने से रोजगार सेवकों और मनरेगा कार्मिकों को श्रमिकों की हाजिरी लगाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा ऐप प्रणाली तो लागू कर दिया गया है लेकिन बहुत सी ग्राम पंचायतों को आज भी नेटवर्क की समस्या से जूझना पड़ रहा है। नेटवर्क समस्या के कारण बहुत से गांवों में श्रमिकों की की हाजिरी न लग पाने के कारण मस्टररोल शून्य हो जा रहा है। ब्लाक संयोजक रवीन्द्र सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायतों में जबरन काम का बोझ बढ़ाया जा रहा है। राज्य वित्त और केंद्रीय वित्त के बजट में कटौती होने से पंचायत सहायकों, शौचालय केयरटेकर, प्रधानों के मानदेय का समय से भुगतान नहीं हो पा रहा है। ब्लाक अध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली से प्रधान क्षुब्ध हो चुके हैं। बैठक में सभी प्रधानों ने फैसला किया कि बुधवार से ब्लाक के ग्राम पंचायतों में मनरेगा योजना से जुड़े कोई भी कार्य नहीं कराये जायेंगे।बैठक में ग्राम प्रधान वरुण कुमार पांडेय,, अरविंद पाल, अमरावती देवी,सीमा मिश्रा, साधना ओझा, समेत कई प्रधान मौजूद रहे