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भोपाल में 47,375 संक्रमित, इनमें 35,713 मरीज ठीक हुए, 1141 की मौत

मध्य प्रदेश में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों के नए केस चिंता में डाल रहे हैं। मार्च के दूसरे पखवाड़े से लेकर 18 अगस्त तक 47 हजार 375 मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 35 हजार 713 मरीज ठीक हो चुके हैं। मंगलवार को प्रदेश में 990 नए मामले सामने आए और 13 लोगों की मौत हो गई। अब तक प्रदेश में 1141 मरीजों की मौत हो चुकी है।

प्रदेश में मरीजों की संख्या में कमी नहीं आने का एक मात्र कारण लोगों का मास्क नहीं लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करना माना जा रहा है। भोपाल में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ा है। यहां हर दिन औसतन दो हजार सैंपल लिए जा रहे हैं। लेकिन, समय पर रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है। कोरोना का संक्रमण फैलने की यह एक बड़ी वजह है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर कोरोना टेस्ट को लेकर सवाल उठाए हैं। नाथ ने कहा है कि देश के अन्य प्रदेशों की तुलना में मध्यप्रदेश में कोरोना के टेस्टों की संख्या अत्यधिक कम है, जबकि इस महामारी से नियंत्रण पाने का एक ही तरीका है कि संक्रमित लोगों की पहचान कर उन्हें स्वस्थ लोगों से अलग रखा जाए। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगस्त 2020 के मध्य तक प्रति 10 लाख व्यक्तियों पर किए गए कोरोना टेस्ट का औसत लगभग 12 हजार है। वहीं, दिल्ली, आंध्रप्रदेश और असम जैसे राज्यों में यह औसत 50 हजार से भी ज्यादा है। नाथ है कहा है कि राज्य सरकार कोरोना जैसे महत्वपूर्ण विषय पर गंभीर प्रयास करे, ताकि हमारा प्रदेश न केवल देश में बल्कि वैश्विक स्तर पर संक्रमण मुक्त होने का उदाहरण पेश कर सके। शहर में 24 घंटे में कोरोना के 142 नए मरीज मिले, जबकि एक की मौत हो गई है। 1856 सैंपल की जांच रिपोर्ट सोमवार रात जारी की गई। रिपोर्ट में 1704 सैंपल निगेटिव आए। हालांकि नए मरीज मिलने से मरीजों की संख्या बढ़कर 10 हजार 191 पर पहुंच गई है। इस बीमारी से इंदौर जिले में अब तक 345 लोगों की मौत हो चुकी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अनुसार अब तक इंदौर जिले में 180864 सैंपलों की कोरोना जांच की जा चुकी है। वर्तमान में 3163 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का उपचार विभिन्न कोविड अस्पतालों में किया जा रहा है।