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गृहमंत्री ने LS में रखा सरकार का पक्ष, हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित

पश्चिम बंगाल में सीबीआई और ममता बनर्जी के बीच शुरू हुई खींचतान राजनीतिक रंग ले चुकी है और इसका असर सोमवार को संसद की कार्यवाही में भी नजर आया। सभी विपक्षी दलों ने कार्यवाही शुरू होने के बाद लोकसभा में सीबीआई की कार्रवाई को लकरे जमकर हंगामा करते हुए सरकार पर निशाना साधा। इसके कारण लोकसभा की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी।

इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा में सरकार का पक्ष रखते हुए बयान दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में कल हालात इतने खराब हो गए कि सीबीआई की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ को भेजना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट ने सारदा चिट फंड मामले में जांच के आदेश दिए थे। पुलिस कमिश्नर को कई बार तलब किया गया लेकिन वह हाजिर नहीं हुए। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब किया है और उनसे स्थिति को सुलझाने के लिए तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। राजनाथ सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में आरोपी को राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है। सीबीआई अपना काम कर रही थी लेकिन उसको अपना काम करने से रोका गया। चिटफंड घोटाले में कई नेता भी शामिल हैं जिस वजह से वहां की सरकार जांच को बाधित करने का प्रयास कर रही है। मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं कि इस हरकत से पश्चिम बंगाल में संवैधानिक संस्थाओं को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। मैं सभी राज्य सरकारों से अपील करता हूं कि एजेंसियों को उनका काम अच्छी तरह से करने दें। मुझे भरोसा है कि पश्चिम बंगाल की सरकार भी इस ओर ध्यान देगी और एजेंसी को उसका काम करने देगी। ममता बनर्जी बनाम सीबीआइ विवाद को लेकर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में कल जो कुछ भी हुआ वह असंवैधानिक है। देश में इससे इस तरह की घटना नहीं हुई। राजनाथ सिंह के बयान के दौरान TMC के सांसद लगातार हंगामा और नारेबाजी कर रहे हैं। वे सीबीआइ को तोता बता रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जो कुछ भी हुआ उसकी हमारी पार्टी पुरजोर निंदा करती है। पूरे देश में जहां भी कोई पार्टी बीजेपी के खिलाफ लड़ती है तो CBI का दुरुपयोग करके उनकी आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि आखिर रात में 7 बजे जाकर 40-40 अधिकारी एक पुलिस कमिश्नर को गिरफ्तार करने की कोशिश करते हैं, इसे क्या समझा जाए।

सौगत रॉय ने कहा कि पुलिस कमिश्नर के घर जांच के लिए पहुंची सीबीआई टीम के पास जरूरी कागजात नहीं थे। केंद्र सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है।

इससे पहले हंगामे की वजह से लोकसभा की कार्यवाही भी दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी गई थी। विपक्षी सांसद राफेल डील की जेपीसी मांग को लेकर लगातार हंगामा और नारेबाजी कर रहे थे। हालांकि लोकसभा में भी विपक्षी दलों के सांसद हंगामा और नारेबाजी कर रहे हैं। वे मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा में पश्चिम बंगाल सरकार और सीबीआई के बीच चल रहे विवाद को लेकर चर्चा की मांग की जिसे सभापति ने खारिज कर दिया।

उसके बाद कुछ सांसद अपनी सीट से उठकर सदन में हंगामा करने लगे। सदस्य संविधान बचाओ के नारे लगा रहे थे, जिसके बाद सभापति वेंकैया नायडू ने सदन की कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सभापति वेंकैया नायडू ने राज्यसभा की कार्यवाही शुरू की। आप सांसद संजय सिंह ने सीबीआइ के दुरुपयोग पर चर्चा की मांग करते हुए नियम 267 के तहत राज्यसभा में नोटिस दिया है।

क्‍या है ममता Vs सीबीआइ विवाद दरअसल, चिटफंड घोटाले में कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर पहुंचे सीबीआइ अधिकारियों और पुलिस के बीच कथित हाथापाई हो गई। पुलिस ने सीबीआइ अधिकारियों को वारंट दिखाने को कहा और उन्हें कमिश्वर आवास के अंदर जाने से रोक दिया। रात को ममता बनर्जी ने कमान संभाली तो उनके निशाने पर केंद्र की मोदी सरकार रही। विरोध स्‍वरूप ममता बनर्जी मेट्रो चैनल के पास धरने पर बैठ गईं।खबरों के मुताबिक, पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार को पार्क स्ट्रीट स्थित घर से सीबीआइ ने हिरासत में लिया। इसके बाद शेक्सपियर सरणी थाने ले जाया गया। विवाद को गर्माता हुआ देखकर हिरासत में लिए गए सभी 5 अधिकारियों को छोड़ दिया गया। लेकिन ममता अब आरोप लगा रही है कि सीबीआइ मोदी सरकार के कहने पर ये पूरा खेल कर रही है।