अरबों की संपदा वाले बाघंबरी गद्दी मठ के महंत नरेंद्र गिरि की संदेहास्पद मौत के बाद उनके नए उत्तराधिकारी के अधिकार सीमित कर दिए गए हैं। नए महंत के बाद मठ और बड़े हनुमान मंदिर का प्रबंधकीय दायित्व होगा। निरंजनी अखाड़े के पांच सदस्यीय एडवाइजरी बोर्ड के अधीन महंत को मठ का संचालन करना होगा। ऐसे में किसी तरह की मनमानी नहीं चलेगी। महंत चाहकर भी मठ की जमीन नहीं बेच सकेंगे।
Nationalism Always Empower People
More Stories
क्राइम : पति की सरकारी नौकरी वाली पत्नी ने बनाया प्लान, प्रेमी के साथ मिलकर निकाला मौत के घाट
मायावती ने शेयर किया आकाश आनंद को पद से हटाने का फैसला, जानिए क्यों मिला आनंद को उत्तराधिकारी, इसके पीछे क्या है राजनीतिक संदेश?
लोकसभा चुनाव तीसरे चरण की वोटिंग: उत्तर प्रदेश में 12.64 बजे हुआ मतदान, जानें कौन सी सीट पर कितना फिसदी पड़े वोट