उत्तराखंड के रहने वाले DRDO (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) कर्मचारी निशांत अग्रवाल को पाकिस्तान को सीक्रेट जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उन्हें सोमवार को नागपुर से मिलिट्री इंटेलिजेंस (दिल्ली) और यूपी एटीएस की टीम ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि ये कर्मचारी भारत के अति महत्वपूर्ण मिसाइल ‘ब्रह्मोस’ से जुड़ी जानकारी पाकिस्तान और अमेरिका को दे रहा था. DRDO ने भारत-रूस के ज्वाइंट वेंचर के तौर पर ब्रह्मोस को डेवलप कियानिशांत अग्रवाल पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI को जानकारी देने का आरोप है. उन पर ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. निशांत नागपुर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) में 4 साल से काम कर रहे थे. आरोपी के पास भारत की अति महत्वपूर्ण ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल से जुड़ी सीक्रेट जानकारियों की पहुंच थी. इससे पहले रविवार रात को भी इसी टीम ने कानपुर से एक महिला को गिरफ्तार किया था. हालांकि, उसके पास से कुछ नहीं मिला था. ब्रह्मोस 3700 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से 290 किलोमीटर तक के ठिकानों पर अटैक कर सकती है. ब्रह्मोस कम ऊंचाई पर उड़ान भरती है इसलिए रडार की पकड़ में नहीं आती. भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मस्कवा नदी पर ब्रह्मोस का नाम रखा गया है.
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