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Agra: सरकारी राशन की कालाबाजारी का हुआ भंडाफोड़, पुलिस ने खाद्यान्न से भरे बोरे किए बरामद

आगरा :सरकारी राशन की कालाबाजारी रुकने का नाम नहीं ले रही है। बृहस्पतिवार को जिला आपूर्ति विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 350 से अधिक बोरियां पकड़ी गयीं। इन बोरियों में सरकार से मिलने वाला खाद्यान्न गेहूं और चावल भरा था। जिन्हें एक गोदाम में छापा मारकर जब्त किया गया है। जिला आपूर्ति अधिकारी संजीव सिंह का कहना है कि पकड़ा गया माल मिर्जापुर के रहने वाले गोपाल उर्फ हेमेंद्र ने खरीदा है। इस माल को वह अन्य जगहों पर बेचकर मुनाफा कमाता है। आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।

खाद्य सप्लाई अधिकारी अजय सिंह चौहान ने बताया कि थाना जगदीशपुरा क्षेत्र के बिचपुरी में एसआर पेट्रोल पंप के पास एक गोदाम में सरकारी खाद्यान्न डंप किये जाने की सूचना मिली थी। जानकारी के बाद पुलिस टीम के साथ छापा मार कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि गोदाम में बड़ी मात्रा में सरकारी राशन मिला है। हालांकि अभी पूरी गणना की जा रही है, लेकिन प्रारंभिक जांच में गोदाम में करीब 350 से अधिक बोरियां प्रतीत हो रही हैं। गणना के बाद इसकी पूरी फर्द तैयार की जाएगी।

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उन्होंने बताया कि गोपाल नामक व्यक्ति इस माल को मोपेड चालकों से खरीदता था। मोपेड वाले गलियों व मोहल्लों में जाकर कार्डधारकों से चावल व गेहूं खरीद लाते हैं और गोपाल को बेच जाते हैं। पुलिस अधिकारियों ने आरोपी गोदाम संचालक को हिरासत में ले लिया है।

16 रुपये प्रति किलो खरीदते हैं चावल
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में चावल को लोग कम पसंद करते हैं। यही वजह है कि सरकारी सस्ते गल्ले से मिलने वाले चावल को कार्डधारक बेच देते हैं। कार्डधारकों से चावल खरीदने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि वह 16 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से कार्डधारकों से चावल खरीदता है और फिर उसे बाजार में बेच देते हैं।

धड़ल्ले से चल रहा है सरकारी राशन का काला कारोबार
सरकारी राशन की कालाबाजारी ये कारोबार लंबे समय से चल रहा है। 2020 में लोहामंडी क्षेत्र के सैय्यद पाड़ा से 60 कुंतल सरकारी चावल जब्त किया था। इसके बावजूद भी यह अवैध कारोबार बंद नहीं हुआ है। बिचपुरी में पकड़ा गया गोदाम भी कई सालों से चल रहा है। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों व स्थानीय पुलिस के संरक्षण में कालाबाजारियों के हौंसले बुलंद हैं।