विधानसभा चुनाव में आए विपरीत परिणाम के बाद कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व एमपी में बदलाव करने के मूड में है। नए अध्यक्ष के नामों पर विचार किया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो मध्य प्रदेश में संगठन में परिवर्तन नजर आ सकता है।
06 Dec 2023
मध्यप्रदेश कांग्रेस में नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश तेज हो गई। विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिली करारी हार के बाद अब प्रदेश में कांग्रेस किसी नए चेहरे को कमान सौंप सकती है। पूर्व मंत्री उमंग सिंघार, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव के नाम प्रदेश अध्यक्ष के लिए चर्चाओं में हैं। सिंघार चार बार के विधायक हैं और आदिवासी वर्ग से आते हैं। वहीं जीतू पटवारी हाल ही में विधानसभा चुनाव हारे हैं। अरुण यादव भी लोकसभा के दो चुनाव लगातार हार चुके हैं। सिंघार और पटवारी ये दोनों ही राहुल गांधी के करीबी माने जाते हैं।
कमलनाथ के इस्तीफे की अटकलें
इधर, सूत्रों की मानें तो पार्टी आलाकमान ने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से इस्तीफा मांग लिया है। हार की जिम्मेदारी लेते हुए उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहा गया गया है। हालांकि कमलनाथ दिल्ली जाने से पहले ये दावा किया था कि वे तीन दिन बाद दिल्ली से वापस आएंगे और प्रदेश में दौरे करेंगे। साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं से लोकसभा की तैयारी की बात भी कही थी।
बंगले पर बढ़ी भीड़
अध्यक्ष की दौड़ में शामिल होने के बाद से ही सिंघार के बंगले पर कार्यकर्ताओ की भीड़ देखी गई। मिलने वालों का उनके निवास पर तांता सा लगा रहा। समीक्षा बैठक के लिए भोपाल आए सिंघार यहीं पर ढेरा डाले हुए हैं। दिग्विजय सिंह से माफी मांगने के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष बनने को लेकर उनके नाम की चर्चाएं हो गईं थीं। गौरतलब है कमलनाथ सरकार में दिग्विजय के एक पत्र को लेकर उमंग ने तीखे बयान दिए थे जिसके बाद दोनों में दूरियां बढ़ गई थी।
ये रहे हैं परिणाम
बता दें, हाल ही में हुए मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी 66 सीटों पर सिमटकर रह गई है। इससे पहले कांग्रेस को 2018 के चुनाव में 114 सीटें मिली थीं। लेकिन 15 महीने में ही उनकी सरकार गिर गई थी। विधानसभा चुनाव में मिले इन परिणामों पर पार्टी में समीक्षा का दौर जारी है। भोपाल में प्रदेश कार्यालय में बैठक के बाद अब दिल्ली में हार की वजह तलाशी जा रहा है।
सिंघार का कहना है
इधर, विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद सिंघार ने कहा कहना है कि पार्टी हर पहलू पर मंथन कर रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी को कड़क निर्णय लेने पड़ेंगे, ताकि हम लोकसभा के अंदर मध्य प्रदेश में अच्छी स्थिति में पहुंच पाएं।
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